रहस्यमयी धर्मशाला

By iastoppers.com

Jerusalem और India की ये अनसुनी कहानी जो आपको हैरान कर देगी।

Wonderful Beginning

Jerusalem, एक पवित्र स्थल जो यहूदी, ईसाई, और मुस्लिम समुदायों के लिए है, एक दिलचस्प कहानी के साथ भारत से एक गहरा जुड़वां रखता है, जो 800साल पुराना है।

Scribbled Underline

Ancient Indian Presence

एक दुनिया के सबसे विवादित स्थलों में से एक बनने से पहले, यहां के इस प्राचीन शहर में भारत ने अपनी उपस्थिति स्थापित की थी।

Scribbled Underline

Indian Corner

शहर की दीवारों के भीतर खड़ी एक दो मंजिला पत्थर की इमारत है, जिसे 'भारतीय धर्मशाला' कहा जाता है, जिसका समर्थन भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा किया जाता है।

Scribbled Underline

Intriguing Road

धर्मशाला की ओर जाने वाली सड़क का नाम 'Zaviyat al-Hunud' है, जिसका अर्थ है "भारतीय कोना," जो इस ऐतिहासिक जड़ों से जुड़े नाम का प्रतीक है।

Scribbled Underline

Rebuilding Relationships

अक्टूबर 2021 में, भारतीय विदेश मंत्री S. Jaishankar ने Jerusalem के साथ 800 साल के संबंध को फिर से ज़िंदा किया।

Scribbled Underline

Journey of a Sufi Saint

800 साल पहले, सूफी संत बाबा फरीद ने Jerusalem की यात्रा की और शहर के एक सराय में ठहरे थे।

Scribbled Underline

Legacy of Baba Farid

बाबा फरीद, जो 1173 में पाकिस्तान के निकट मुल्तान में पैदा हुए थे, चिश्ती सूफी परंपरा के महत्वपूर्ण व्यक्ति थे और उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब में पाए जाने वाले सिख भजनों में योगदान किया।

Scribbled Underline

Modern Devotion

आज, बाबा फरीद के अनुयायी भारत और पाकिस्तान के बड़े संख्या में हैं, और यहां के कई भारतीय मुस्लिम यहॉं प्रार्थना करने और समय बिताने के लिए आते हैं।

Scribbled Underline