350 साल बाद विलुप्त डोडो पक्षी वापस आ रहा है? जानिए कैसे!

By iastoppers.com

डोडो पक्षी, जो मॉरीशस का स्थानीय पक्षी था और उड़ नहीं सकता था, 350 साल पहले विलुप्त हो गया।

16वीं सदी में यूरोपीय जहाजों के मॉरीशस पहुंचने के बाद डोडो का अत्यधिक शिकार हुआ, जिससे यह विलुप्त हो गया।

अमेरिकी कंपनी कोलोसिल बायोसाइंस के वैज्ञानिक जेनेटिक इंजीनियरिंग के माध्यम से डोडो को पुनर्जीवित करने की दिशा में कार्यरत हैं।

डीएनए कोशिका पर रिसर्च करते हुए, वैज्ञानिक उस जीन की खोज में लगे हैं, जो डोडो के पुनर्जीवन को संभव बना सके।

वैज्ञानिकों का मानना है कि डोडो, निकोबारी कबूतर की प्रजाति से मिलता-जुलता है, और इसके जीन को एडिट कर नया डीएनए बनाया जा सकता है।

विलुप्त पक्षी को लाने के लिए क्लोनिंग की प्रक्रिया अपनाई जा रही है, जिसमें विलुप्त प्राणी के डीएनए को किसी पक्षी के अंडे में प्रत्यारोपित किया जाता है।

डोडो के मामले में क्लोनिंग विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि इसकी जीवित कोशिकाएं उपलब्ध नहीं हैं।

यदि डोडो का पुनर्जीवन सफल होता है, तो 'डेड एज डोडो' कहावत का अर्थ बदल जाएगा, यह विज्ञान और पर्यावरणीय संरक्षण में एक नई उपलब्धि होगी।